50+ Barish Shayari in Hindi | बारीश पर शायरी
Barish Shayari in Hindi : धूपकाले मे कडी धूप पडने के बाद जब बारीश का मौसम शुरू होता है तब एक अलग ही खुशी मिलती है | मानो इतने दिनोसे तपती गर्मी कही बारीश मे धूल सी गयी हो | प्यारवालोंके लियेभी बारीश सबसे पसंदिदा मौसम होता है | बारीश मतलब रोमांस, बारीश मतलब प्यार, बारीश मतलब फिलिंग्स | जिन्हे प्यार मिलता है वो बारीश के मजे लेते है और जिन्हे नही मिलता है वो अपने आसू बारीश मे छुपा लेते है | ईसीलीये हर फिलिंग वाले लोगोके लिये हम Barish Shayari in Hindi लेकर आ रहे है जहा आपको हर टाइप की शायरी मिलेगी | आप इसका जरूर लुफ्त उठाये |
Barish Shayari in Hindi

बारिश की बुंदे भी क्या वफा निभाती हैं !
दूर आसमा से निकल कर,
जमी में मिल जाती हैं !
बारिश से ज़्यादा तासीर है तेरी यादों मे
हम अक्सर बंद कमरे मे भी भीग जाते हैं
बारिश से कहो मेरा महबूब ले आये
यूँ अकेले भीगना अच्छा नहीं लगता
तुम ने बूंदे हथेली में संभाल के उछली तो नहीं,
आज मेरे शहर का मिज़ाज़ कुछ सावन जैसा है
बारिश आती है प्यार बढ़ाने के लिए,
मगर आप घर के बाहर निकलते ही नहीं !

कल रात मैंने सारे ग़म आसमान को सुना दिए,
आज मैं चुप हूँ और आसमान बरस रहा है !
मासूम मोहब्बत का बस इतना फ़साना है
कागज की हवेली है बारिश का जमाना है
बस एक तेरे संग भीगे हम
मुझे उस बारिश की तलाश है
मोहब्बत तो वो बारिश है जिससे ,
छूने की चाहत मैं हथेलियां तो गीली हो जाती है
पर हाथ खाली ही रह जाते है..!!
बारिश की बूंदे आज मेरे चेहरे को छू गई,
लगता है शायद आसमा को जमी मिल गई !

खुद को इतना भी ना बचाया करो,
बारिशे हुआ करे तो भीग जाया करो !
गुजारिश करता हूं कि उससे अकेले में मुलाकात हो,
ख्वाहिश ए दिल है जब भी हो बरसात हो !
रहने दो अब तुम भी मुझे पढ़ ना सकोगे,
बरसात में भीगे कागज़ की तरह भीग गया हूँ मैं..!!
सुनो ये बादल जब भी बरसता है,
मन तुझसे ही मिलने को तरसता है..!!
आज भीगी है पलके किसी की याद में
आकाश भी सिमट गया हैं अपने आप में
ओस की बूँद ऐसी गिरी है ज़मीन पर
मानो चाँद भी रोया हो उनकी याद में.…

सुना है बारिश मे दुआ क़ुबूल होती है
अगर इज़ाज़त हो तो मांग लू तुम्हे ?
पहली बारिश का नशा ही,
कुछ अलग होता है,
पलको को छूते ही,
सीधा दिल पे असर होता है !
आज फिर मौसम नम हुआ मेरी आंखों की तरह
शायद बादलों का भी दिल किसी ने तोड़ा होगा
कच्ची मिट्टी का बना होता है उम्मीदों का घर
ढह जाता है हकीकत की बारिश में अक्सर !!

छोटी ही सही पर ऐसी मुलाकात हो,
हम, तुम,चाय और हल्की बरसात हो..!!
रास्तो में सफ़र करने का मज़ा आ जाता है
जब बारिश का सुहाना मौसम हो जाता है
मजबूरियाँ ओढ़ के निकलता हूँ घर से आजकल,
वरना शौक तो आज भी है बारिश में भीगने का !
शायद कोई ख़्वाइश रोती रहती है
मेरे अंदर बारिश होती रहती है
Barish Shayari in Hindi

बता किस कोने में सुखाऊँ तेरी यादें,
बरसात बाहर भी है और भीतर भी है |
बारिश का सुहाना मौसम कुछ याद दिलाता है,
किसी के साथ होने का एहसास दिलाता है,
फिजा भी सर्द है यादें भी ताजा हैं,
ये मौसम किसी का प्यार दिल में जगाता है।
बारिश से मोहब्बत मुझे कुछ इस कदर है,
वो बरश्ता उधर है,
और मेरा दिल धड़कता इधर है !
तेरे प्रेम की बारिश हो,
मैं जलमगन हो जाऊं,
तुम घटा बन चली आओ,
मैं बादल बन जाऊं !

पहले बारिश होती थी तो याद आती थी,
अब जब याद आती है तो बारिश होती है ।3
सावन के महीने में भीगे थे हम साथ में,
अब बिन मौसम भीग रहे है तेरी याद में !
मत पूछो कितनी मोहब्बत है मुझे उनसे,
बारिश की बूंद भी अगर उन्हें छू जाती है,
तो दिल में आग लग जाती है !
कोई तो बारिश ऐसी हो जो तेरे साथ बरसे,
तन्हा तो मेरी आंख हर रोज बरसाती हैं !!

खुद भी रोता है और मुझे भी रुला देता है,
ये बारिश का मौसम उसकी याद दिला देता है।
कुछ तो चाहत रही होंगी,
इस बारिश की बूंदो की,
वर्ना कौन गिरता है जमीन पर,
आसमान तक पहुंचने के बाद !!
तमाम रात नहाया था शहर बारिश से,
वो रंग उतर ही गये जो उतरने वाले थे..!!
कोई रंग नहीं होता बारिश के पानी में,
फिर भी फ़िजा को रंगीन बना देता है !!

कभी शोख हैं,
कभी गुम सी है..
ये बारिशे भी तुम सी है..
बादलों से कह दो जरा सोच समझ कर बरसे,
अगर मुझे उनकी याद आ गयी तो मुकाबला बराबरी का होगा..!!
किसको सुनाता फिरूं मैं काबिलियत अपनी,
मैं बरसने वाला बादल हूँ गरजने वाला नहीं..!!
पूछते थे ना कितना प्यार है तुम्हे हमसे,
लो अब गिन लो बारिश की ये बूँदें..!!

मेरे शहर आ जाओ सदा बरसात रहती है,
कभी बादल बरसते है, कभी आँखे बरसती है|
ए बारिश यूं ना सता मुझे अब वो,
हमसफर मेरा नहीं किसी और का हैं !!
हो रही है बारिश,
पूरा शहर ये वीरान है,
एक हम ही तो उदास नहीं,
सारा शहर परेशान है !
कहीं फिसल न जाऊं तेरे ख्यालों में चलते चलते,
अपनी यादों को रोको मेरे शहर में बारिश हो रही है।